22 अप्रैल 2025 • मक्कल अधिकारम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु को एक डमी मंत्री दिया है। समाचार उद्योग में समस्याओं को दूर करने के लिए उन्होंने अब तक क्या कार्रवाई की है? पीपुल्स पावर पत्रिका में हम केंद्र और राज्य सरकारों के दुखों के बारे में हर महीने विभिन्न समाचार प्रकाशित करते हैं। यह इंटरनेट पर भी आ रहा है। केंद्र सरकार के प्रेस अधिकारी यह सब उनके संज्ञान में ला रहे हैं या नहीं? मुझे नहीं पता।

हमने इंटरनेट पर कितनी बार संदेश भेजे हैं? क्या उनके पीए ने कम से कम उन्हें इसके बारे में बताया? यह सोचना दुखद है कि एक मंत्री यह सब केंद्र सरकार के संज्ञान में लाने के योग्य नहीं है।
केन्द्रीय सूचना मंत्री के रूप में इन वर्षों में उन्होंने तमिलनाडु के लिए इन सामाजिक कल्याण समाचारपत्रों के लिए क्या किया है?
हमने पीपुल्स पावर पत्रिका और वेबसाइट पर कई बार अपनी समस्याओं और मांगों की सूचना दी है। हमने उन्हें कई बार फोन किया और मिलने का समय मांगा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
इसलिए, यह दुख की बात है कि उनके जैसे दमियाना मंत्री समाचार उद्योग में हैं और सरकारी खर्च के माध्यम से लोगों के कर के पैसे बर्बाद करते हैं।

इसलिए पीपल्स पावर पत्रिका और वेबसाइट की ओर से अगर प्रधानमंत्री मोदी एक ऐसे मंत्री को नियुक्त करते हैं जो पत्रकारों की मांगों को सुन सके और समाधान निकाल सके तो मैं उनके चरणों में हार्दिक धन्यवाद और प्रशंसा करता हूं।
क्या सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी इस संदेश को प्रधानमंत्री के ध्यान में लाएगी?
टीचर।